Haryana Hydrogen Train: जल्द ही देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन हरियाणा के सोनीपत और जींद के बीच बने ट्रैक पर दौड़ती हुई नजर आएगी।जानकारी देते हुए बताया गया कि सरकार की तरफ से इसकी टाइमलाइन जनवरी 2025 ही निर्धारित की गई है। इसका मतलब यह हुआ कि इसी महीने यह ट्रेन आपको 140 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ती हुई नजर आने वाली है, आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है।
हाइड्रोजन ट्रेन होगी पर्यावरण के अनुकूल
यह देश की पहली प्रदूषण मुक्त ट्रेन होगी, जो 90 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस ट्रेन में 8 से 10 डिब्बे होंगे। इस दूरी को तय करने में डीजल ट्रेन लगभग 964 किलो कार्बन का उत्सर्जन करती है, परंतु यह हाइड्रोजन ट्रेन पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल रहने वाली है। हरियाणा प्रदेश के जींद जिले में इस ट्रेन को लेकर विशेष प्रकार की तैयारी की जा रही है। हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जींद रेलवे स्टेशन पर 3000 किलो हाइड्रोजन स्टोर करने के लिए एक प्लांट भी बनवाया जा रहा है।
पहले चरण में चलेंगी 2 हाइड्रोजन ट्रेने
- अंडरग्राउंड स्टोरेज की भी व्यवस्था की जा रही है। स्टेशन की छतो पर जमा बारिश का पानी इस प्लांट तक पहुंचाया जाएगा हाइड्रोजन ट्रेन चलाने के लिए जरूरी मशीन भी मंगवाई जा चुकी है। इसी महीने में इसका ट्रायल होना है, उम्मीद की जा रही है कि इस वित्तीय वर्ष में नियमित रूप से चलाए जाने की योजना भी बनाई जा सकती है।
- चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में इस ट्रेन के डिब्बे तैयार किए जा रहे हैं, जो दिसंबर तक बनकर तैयार भी हो गए। पहले चरण में दो ट्रेनों के चलने की उम्मीद जताई जा रही है, यह 1 किलो हाइड्रोजन पर 4.5 लीटर डीजल के बराबर माइलेज देने वाली है।
पूरा प्लान
8 से 10 डिब्बो को खींचने के लिए 2.4 मेगावाट बिजली की भी जरूरत होगी। इसके लिए ट्रेन में दो पावर प्लांट लगाए गए हैं,रेलवे की योजना अगले 3 सालों में माथेरान हिल स्टेशन, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, कालका- शिमला रेलवे, कांगड़ा घाटी रेलवे, नीलगिरी माउंटेन रेलवे जैसी हेरिटेज और पर्वतीय मार्गों पर ऐसी 30 हाइड्रोजन ट्रेनों को चलाने की है। अगर आप कोई भी इस प्रकार की खबरों की जानकारी सबसे पहले और सही पाना चाहते हैं, तो आप हमारे इस पेज को फॉलो कर सकते हैं।