Ganna Kisan Good News: जल्द ही मोदी सरकार की तरफ से साल 2025 का बजट पेश किया जाएगा, इसको लेकर सभी तैयारिया पूरी कर ली गई है। इसी बीच केंद्र सरकार की तरफ से गन्ना किसानों के लिए एक बड़ा फैसला किया गया है, आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं। केंद्र सरकार की तरफ से गन्ने से बनने वाले इथेनॉल की कीमतों में इजाफे को मंजूरी दे दी गई है।
गन्ना किसानों के लिए जरूरी खबर
केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को भी मंजूर कर दिया गया है। केंद्रीय रेल और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फैसले को लेकर बताया कि कैबिनेट की तरफ से नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन के लिए 16300 करोड रुपए खर्च किए जा सकते हैं और इस मिशन का मुख्य उद्देश्य देश में खनिज संपदा का सही इस्तेमाल करना है। कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इसमें सबसे बड़ा फैसला एथेनॉल ब्लेंडिंग से जुड़ा हुआ है।
एथेनॉल की कीमतों में इजाफा
पेट्रोल में मिलाए जाने की वजह से एथेनॉल को जहां सरकारी कंपनियां 56. 58 रुपए प्रति लीटर में खरीदी थी, अब वही कंपनिया यही एथेनॉल को 57.97 रुपए प्रति लीटर में खरीदने वाली है, ऐसे में एथेनॉल की कीमतों में 3% तक का इजाफा किया जाएगा। इसका लाभ भी निश्चित रूप से गन्ना किसानों को मिलने वाला है। वहीं केंद्र सरकार की तरफ से पेट्रोल में 20 फ़ीसदी एथेनॉल ब्लेडिंग की छूट भी दी गई है।
18 परसेंट तक मिलाया जाएगा एथेनॉल
इसका मुख्य उद्देश्य कच्चे तेल के इंपोर्ट कम करना है जिससे कि विदेशी मुद्रा बचाई जा सके। सरकार की इस पहल से एक दशक में एक लाख 13007 करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत होने वाली है। 2013-14 में जहां सिर्फ 38 करोड़ लीटर एथेनॉल मिलाया जाता था, अब यह बढ़कर 707 करोड़ लीटर हो गया है। कंपनियां पेट्रोल में 14.60% तक एथेनॉल मिल रही है, अब इसे इस साल बढ़कर 18 परसेंट तक किया जा सकता है।